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जिन्दगी एक डायरी

कोमल की शादी -2

काफी समय बाद कुछ अच्छे पर सच्चे दोस्त मिलें। अनन्या, निमिष, जय।
इन लोगों के रूप में जैसे उसे अपना परिवार मिल गया। साथ रहते, खाते, घूमते और मज़ा करते। सब कुछ अच्छा चल रहा था।

एक दिन निमिष का जन्मदिन था, इन लोगों के अलावा निमिष के और दोस्त भी आये थे। जिनमें से एक था समीर।

पहली मुलाकात में कोमल और समीर में बस हाय हैलो हुआ।

पहले तो उसे कोमल काफी बोरिंग लगी,क्योकि वह जल्दी किसी से घुल मिल नहीं पाती थी, उसे लगा कि कोमल शायद घमंडी हैं।

पर बाकी दोस्तों से कोमल की तारीफे सुनकर उससे बात करने का मन बनाया। कुछ देर कोमल से बात करके समीर समझ गया कि वाकई कोमल बहुत अच्छी है, वो वैसी नही है जैसा उसने सोचा था।

फिर क्या था, दोनों ने एक दूसरे के मोबाइल नंबर लिए और बाते शुरू हुई। दोनों बहुत जल्द अच्छे दोस्त बन गए। वो रोज़ शाम को ऑफिस के बाद मिलते थे, कोमल को लगता था कि मोबाइल पर चैट और बात करने से अच्छा मिलकर बात करना है, जैसा 90's में होता था।